करियर पराशर ने असम में शुरुआती शिक्षा लेने के बाद दिल्ली के इंद्रप्रस्थ कॉलेज से ग्रेजुएट किया है. इसके बाद दिल्ली के जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी से पीएचडी की.
शिक्षा असम की महिला आईपीएस ऑफिस संजुक्ता पराशर बहादुरी का दूसरा नाम हैं. इस वक्त वे राज्य के सोनितपुर में बतौर एसपी तैनात हैं. पिछले 15 महीनों से पराशर बोडो उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन पर अपनी पूरी टीम के साथ काम कर रही है.
संजुक्ता पराशर साल 2006 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं. उन्होंने सिविल सर्विसेज में 85वीं रैंक हासिल की थी. अच्छी रैंक की वजह से उनके पास अपना काडर खुद चुनने का अॉप्शन था लेकिन उन्होंने मेघालय-असम को चुना. असम उनका गृह राज्य है.
संजुक्ता की 2008 में पहली पोस्टिंग माकुम में असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर हुई थी. कुछ ही देर में उन्हें उदालगिरी में हुई बोडो और बांग्लादेशियों के बीच की जातीय हिंसा को काबू करने के लिए भेज दिया गया.
अभी पराशर असम के जोरहाट जिले की एसपी हैं और पिछले 15 महिनों से एंटी-बोडो मिलिटेंट ऑपरेशन्स पर काम कर रही है. पिछले कुछ महीनों में इस ऑपरेशन के दौरान उन्होंने 16 आतंकियों को मार गिराया और 64 आतंकियों को गिरफ्तार करने के साथ ही कई बार हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया है.
परिवार
संजुक्ता ने आईएस ऑफिसर पुरु गुप्ता से शादी की है, जो खुद भी असम-मेघालय काडर में नियुक्त हैं. पराशर का एक पांच साल का बेटा है जो उनके साथ ही रहता है. समय की कमी के चलते संजुक्ता दो महीने में एक बार पति से मिलने का समय निकाल पाती हैं.
शिक्षा असम की महिला आईपीएस ऑफिस संजुक्ता पराशर बहादुरी का दूसरा नाम हैं. इस वक्त वे राज्य के सोनितपुर में बतौर एसपी तैनात हैं. पिछले 15 महीनों से पराशर बोडो उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन पर अपनी पूरी टीम के साथ काम कर रही है.
संजुक्ता पराशर साल 2006 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं. उन्होंने सिविल सर्विसेज में 85वीं रैंक हासिल की थी. अच्छी रैंक की वजह से उनके पास अपना काडर खुद चुनने का अॉप्शन था लेकिन उन्होंने मेघालय-असम को चुना. असम उनका गृह राज्य है.
संजुक्ता की 2008 में पहली पोस्टिंग माकुम में असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर हुई थी. कुछ ही देर में उन्हें उदालगिरी में हुई बोडो और बांग्लादेशियों के बीच की जातीय हिंसा को काबू करने के लिए भेज दिया गया.
अभी पराशर असम के जोरहाट जिले की एसपी हैं और पिछले 15 महिनों से एंटी-बोडो मिलिटेंट ऑपरेशन्स पर काम कर रही है. पिछले कुछ महीनों में इस ऑपरेशन के दौरान उन्होंने 16 आतंकियों को मार गिराया और 64 आतंकियों को गिरफ्तार करने के साथ ही कई बार हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया है.
परिवार
संजुक्ता ने आईएस ऑफिसर पुरु गुप्ता से शादी की है, जो खुद भी असम-मेघालय काडर में नियुक्त हैं. पराशर का एक पांच साल का बेटा है जो उनके साथ ही रहता है. समय की कमी के चलते संजुक्ता दो महीने में एक बार पति से मिलने का समय निकाल पाती हैं.
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