नैनीताल की रहने वाली खुशबू रावत ने अपनी मेहनत से देश भर के लिए एक नई मिसाल कायम की है. खुशबू को इस साल केंद्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा आयोजित कराई गई प्रतियोगिता में मिस इंडिया खादी के खिताब से नवाजा गया है. खास बात यह है कि उत्तराखंड की रहने वाली खुशबू ने यह खिताब तमाम मुश्किलों को पीछे छोड़ते हुए जीता है.
खुशबू के पिता भीमताल में ड्राइवर हैं लेकिन उन्होंने कभी भी अपने बच्चों के सपने को पूरा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. यही वजह है कि इस खिताब को जीतने के बाद खुशबू इस खिताब को जीतने का श्रेय अपने पिता को देती हैं. ग्रामोद्योग बोर्ड ने इस प्रतियोगिता को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कराया था.
इसके लिए अलग-अलग राज्यों से इस प्रतियोगिता के लिए ऑडिशन कराया गया था. इस दौरान हर राज्य के विश्वविद्यालय और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में इसके ऑडिशन कराए गए. देश भर के दो सौ से विश्वविद्यालय के करीब 50 हजार छात्रों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था.
इसका ऑडिशन दिल्ली में कराया गया था. इसमें खुशबू रावत पहले नंबर पर रही. खुशबू चंडीगढ़ में रहकर पढ़ाई कर रही हैं |
खुशबू के पिता भीमताल में ड्राइवर हैं लेकिन उन्होंने कभी भी अपने बच्चों के सपने को पूरा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. यही वजह है कि इस खिताब को जीतने के बाद खुशबू इस खिताब को जीतने का श्रेय अपने पिता को देती हैं. ग्रामोद्योग बोर्ड ने इस प्रतियोगिता को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कराया था.
इसके लिए अलग-अलग राज्यों से इस प्रतियोगिता के लिए ऑडिशन कराया गया था. इस दौरान हर राज्य के विश्वविद्यालय और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में इसके ऑडिशन कराए गए. देश भर के दो सौ से विश्वविद्यालय के करीब 50 हजार छात्रों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था.
इसका ऑडिशन दिल्ली में कराया गया था. इसमें खुशबू रावत पहले नंबर पर रही. खुशबू चंडीगढ़ में रहकर पढ़ाई कर रही हैं |
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