उत्तराखंड के हल्द्वानी की बेटी अपूर्वा पांडे ने बगैर किसी कोचिंग के आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया है। अपूर्वा को यह सफलता उन्हें दूसरे प्रयास में मिली है।
अपूर्वा को अपनी पढ़ाई के तरीके पर भरोसा था, इसलिए कभी कोचिंग नहीं ली। साल 2016 में बीटेक पूरा करने के बाद करीब सवा साल तैयारी की। पढ़ाई के लिए सारी बेसिक किताबें खरीदी। इसके साथ ही ऑनलाइन बेवसाइट से पढ़ाई का मैटर निकालकर पढ़ाई की। जिसके चलते उन्हें यूपीएससी की परीक्षा देशभर में 39वीं रैंक हासिल हुई है। खास बात यह है कि परिवार में अपूर्वा पहली आईएएस अधिकारी बनेंगी। अपूर्वा के पूरे परिवार के आठ सदस्य शिक्षक हैं, जबकि रिश्तेदारों में भी शिक्षकों की संख्या अधिक है। डॉक्टर भी इस परिवार से रह चुके हैं। दूसरे प्रयास में आईएएस बनने वाली अपूर्वा पांडे ने लाइव हिन्दुस्तान से अपनी सफलता का राज साझा किया।
अपूर्वा पांडे की सफलता की ट्रिक
अपूर्वा पांडे ने बिना कोचिंग के सफलता हासिल की है। उन्होंने अपनी तैयारी का तरीका हिन्दुस्तान से साझा किया। उन्होंने बताया कि यह सफलता उन्हें दूसरे प्रयास में मिली है। बताया कि उनको अपनी पढ़ाई के तरीके पर भरोसा था, इसलिए कभी कोचिंग नहीं ली। साल 2016 में बीटेक पूरा करने के बाद करीब सवा साल तैयारी की। पढ़ाई के लिए बेसिक किताबें सारी खरीदीं। इसके साथ ही ऑनलाइन बेवसाइट से पढ़ाई का मैटर निकालकर पढ़ाई की। बताया कि 18 जून 2017 को प्री परीक्षा हुई थी। इसके बाद अक्तूबर 2017 में मुख्य परीक्षा हुई। मार्च में इंटरव्यू हुआ था। जिसमें उनको 39वीं रैंक मिली है।
घर में बधाई देने वालों का तांता
अपूर्वा के चयन पर शुक्रवार की शाम परिवार के सभी सदस्य उनके घर पर बधाई देने पहुंच गए थे। अपूर्वा ने अपनी उपलब्धि का श्रेय माता-पिता को दिया है। अपूर्वा के पिता केसी पांडे राजकीय पॉलीटेक्निक कोटाबाग में इंजीनियरिंग के प्रवक्ता हैं। मां मीना पांडे जीजीआईसी नैनीताल में रसायन विज्ञान की प्रवक्ता हैं। छोटा भाई मनीष पांडे भारतीय सांख्यिकी संस्थान बेंगलुरू में है।
अपूर्वा के पिता ने बताया कि उनके बड़े भाई डॉ. प्रकाश चंद्र पांडे जिला आयुर्वेदिक अधिकारी ऊधमसिंह नगर के पद से रिटायर हैं। जबकि भाभी आशा पांडे जीजीआईसी काशीपुर से भूगोल विषय की प्रवक्ता पद से रिटायर हैं। दूसरे भाई केसी पांडे आदित्य नाथ झा राजकीय इंटर कॉलेज, रुद्रपुर के प्रधानाचार्य पद से रिटायर हुए हैं। उनकी पत्नी किरन पांडे जीजीआईसी गदरपुर में संस्कृत की प्रवक्ता हैं। छोटे भाई डॉ. विमल पांडे और उनकी पत्नी डॉ. सीमा पांडे डीएसबी कैंपस नैनीताल में भौतिक विज्ञान विभाग में प्रोफेसर हैं। छोटे भाई चारु चंद्र पांडे जीआईसी डीनापानी में प्रवक्ता हैं। बताया कि उनकी बड़ी बहन अनीता पंत जीजीआईसी राजपुरा में सहायक अध्यापक हैं। जबकि दूसरी बहन कंचनलता पंप मानस मंदिर स्कूल पिथौरागढ़ में शिक्षिका हैं। उनके पति डॉ.अशोक पंत भी देव सिंह इंटर कालेज, पिथौरागढ़ में प्रधानाचार्य हैं। बताया कि अपूर्वा की मौसी रमा पाठक भी जीआईसी पवलगढ़, रामनगर में शिक्षिका हैं।
अपूर्वा पांडे ने बिना कोचिंग के सफलता हासिल की है। उन्होंने अपनी तैयारी का तरीका हिन्दुस्तान से साझा किया। उन्होंने बताया कि यह सफलता उन्हें दूसरे प्रयास में मिली है। बताया कि उनको अपनी पढ़ाई के तरीके पर भरोसा था, इसलिए कभी कोचिंग नहीं ली। साल 2016 में बीटेक पूरा करने के बाद करीब सवा साल तैयारी की। पढ़ाई के लिए बेसिक किताबें सारी खरीदीं। इसके साथ ही ऑनलाइन बेवसाइट से पढ़ाई का मैटर निकालकर पढ़ाई की। बताया कि 18 जून 2017 को प्री परीक्षा हुई थी। इसके बाद अक्तूबर 2017 में मुख्य परीक्षा हुई। मार्च में इंटरव्यू हुआ था। जिसमें उनको 39वीं रैंक मिली है।
घर में बधाई देने वालों का तांता
अपूर्वा के चयन पर शुक्रवार की शाम परिवार के सभी सदस्य उनके घर पर बधाई देने पहुंच गए थे। अपूर्वा ने अपनी उपलब्धि का श्रेय माता-पिता को दिया है। अपूर्वा के पिता केसी पांडे राजकीय पॉलीटेक्निक कोटाबाग में इंजीनियरिंग के प्रवक्ता हैं। मां मीना पांडे जीजीआईसी नैनीताल में रसायन विज्ञान की प्रवक्ता हैं। छोटा भाई मनीष पांडे भारतीय सांख्यिकी संस्थान बेंगलुरू में है।
अपूर्वा के पिता ने बताया कि उनके बड़े भाई डॉ. प्रकाश चंद्र पांडे जिला आयुर्वेदिक अधिकारी ऊधमसिंह नगर के पद से रिटायर हैं। जबकि भाभी आशा पांडे जीजीआईसी काशीपुर से भूगोल विषय की प्रवक्ता पद से रिटायर हैं। दूसरे भाई केसी पांडे आदित्य नाथ झा राजकीय इंटर कॉलेज, रुद्रपुर के प्रधानाचार्य पद से रिटायर हुए हैं। उनकी पत्नी किरन पांडे जीजीआईसी गदरपुर में संस्कृत की प्रवक्ता हैं। छोटे भाई डॉ. विमल पांडे और उनकी पत्नी डॉ. सीमा पांडे डीएसबी कैंपस नैनीताल में भौतिक विज्ञान विभाग में प्रोफेसर हैं। छोटे भाई चारु चंद्र पांडे जीआईसी डीनापानी में प्रवक्ता हैं। बताया कि उनकी बड़ी बहन अनीता पंत जीजीआईसी राजपुरा में सहायक अध्यापक हैं। जबकि दूसरी बहन कंचनलता पंप मानस मंदिर स्कूल पिथौरागढ़ में शिक्षिका हैं। उनके पति डॉ.अशोक पंत भी देव सिंह इंटर कालेज, पिथौरागढ़ में प्रधानाचार्य हैं। बताया कि अपूर्वा की मौसी रमा पाठक भी जीआईसी पवलगढ़, रामनगर में शिक्षिका हैं।
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