कहते कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। हौसला हो तो कुछ भी असंभव नहीं होता। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है उत्तर प्रदेश के मेरठ में रहने वाली आकांक्षा गुप्ता ने। दो बच्चों की मां आकांक्षा ने शादी के 18 साल बाद न सिर्फ पढ़ाई की, बल्कि सीसीएस यूनिवर्सिटी की टॉपर भी बनीं।
सोमवार को यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति एवं प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कुलाधिपति मेडल से सम्मानित किया। जिले के शास्त्री नगर की रहने वाली आकांक्षा की शादी साल 2000 में अजीत सिंह से हुई थी। उस समय आकांक्षा बीए की डिग्री ही हासिल कर पाई थी। शादी के बाद उन्होंने एक बेटे और एक बेटी को जन्म दिया। उनकी बेटी अब 12वीं की छात्रा है, जबकि बेटा 9वीं में पढ़ रहा है।
रात में ऐसे करती थी पढ़ाई
आकांक्षा ने साल 2014 में अपनी सास कुसुम से दोबारा से पढ़ाई करने की इच्छा जताई थी। परिवार की सहमति मिल जाने पर आकांक्षा ने बीएड मे एडमिशन ले लिया। बीएड फर्स्ट डिविजन में करने के बाद एमए अंग्रेजी की पढ़ाई प्राइवेट से की।
पिछले साल उन्होंने इस्माईल गर्ल्स डिग्री कॉलेज में एमए ड्रॉइंग में प्रवेश लिया था। आकांक्षा बताती हैं कि वे बच्चों को तैयार कर स्कूल भेजने के बाद कॉलेज जाया करती थीं। रात को घर के काम से फ्री होने के बाद वे पढ़ाई किया करती थीं।
अब वह नेट की तैयारी कर रही हैं। पेंटिंग की शौकीन आकांक्षा ने बताया कि उन्होंने मेरठ कॉलेज में आयोजित प्रदर्शनी में अपनी पेंटिंग लगाई थी, इसे बहुत सराहा गया था। वह पेंटिंग को ही अपना करियर बनाना चाहती हैं।
सोमवार को यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति एवं प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कुलाधिपति मेडल से सम्मानित किया। जिले के शास्त्री नगर की रहने वाली आकांक्षा की शादी साल 2000 में अजीत सिंह से हुई थी। उस समय आकांक्षा बीए की डिग्री ही हासिल कर पाई थी। शादी के बाद उन्होंने एक बेटे और एक बेटी को जन्म दिया। उनकी बेटी अब 12वीं की छात्रा है, जबकि बेटा 9वीं में पढ़ रहा है।
रात में ऐसे करती थी पढ़ाई
आकांक्षा ने साल 2014 में अपनी सास कुसुम से दोबारा से पढ़ाई करने की इच्छा जताई थी। परिवार की सहमति मिल जाने पर आकांक्षा ने बीएड मे एडमिशन ले लिया। बीएड फर्स्ट डिविजन में करने के बाद एमए अंग्रेजी की पढ़ाई प्राइवेट से की।
पिछले साल उन्होंने इस्माईल गर्ल्स डिग्री कॉलेज में एमए ड्रॉइंग में प्रवेश लिया था। आकांक्षा बताती हैं कि वे बच्चों को तैयार कर स्कूल भेजने के बाद कॉलेज जाया करती थीं। रात को घर के काम से फ्री होने के बाद वे पढ़ाई किया करती थीं।
अब वह नेट की तैयारी कर रही हैं। पेंटिंग की शौकीन आकांक्षा ने बताया कि उन्होंने मेरठ कॉलेज में आयोजित प्रदर्शनी में अपनी पेंटिंग लगाई थी, इसे बहुत सराहा गया था। वह पेंटिंग को ही अपना करियर बनाना चाहती हैं।
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