यूथ ओलंपिक गेम्स 2018 में आकाश मलिक ने तीरंदाजी स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीत कर इतिहास रच दिया. सिल्वर मेडल जीतने वाले वह पहले भारतीय बन गए हैं. 15 साल के आकाश 11वीं कक्षा के छात्र हैं. उनके पिता एक किसान के बेटे हैं, उन्होंने फाइनल में अमेरिका के ट्रेंटन कोलेस ने 6-0 से हराया. बता दें, भारत ने यूथ गेम्स में 3 गोल्ड, 9 सिल्वर और 1 ब्रांज मेडल जीते हैं |
भले ही आकाश गोल्ड मेडल जीतने से चूक गए हों, लेकिन उन्होंने भारत का दिल जीत लिया. जहां ज्यादातर लोग क्रिकेट और फुटबॉल जैसे खेल के दीवाने हैं वहीं किसान के बेटे ने दिखा दिया इन खेलों में भी भारत के बच्चे कम नहीं है. सोशल मीडिया पर आकाश को खूब बधाई मिल रही. वहीं देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई देते हुए ट्वीट किया.
भले ही आकाश गोल्ड मेडल जीतने से चूक गए हों, लेकिन उन्होंने भारत का दिल जीत लिया. जहां ज्यादातर लोग क्रिकेट और फुटबॉल जैसे खेल के दीवाने हैं वहीं किसान के बेटे ने दिखा दिया इन खेलों में भी भारत के बच्चे कम नहीं है. सोशल मीडिया पर आकाश को खूब बधाई मिल रही. वहीं देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई देते हुए ट्वीट किया.
बता दें, हरियाणा के रहने वाले आकाश ने महज 6 साल की उम्र में तीरंदाजी शुरू कर दी थी. उनके पिता नरेंद्र मलिक गेंहू और कॉटन की खेती करते हैं. उनके पित ने बताया वह कभी नहीं चाहते थे कि उनका बेटा भी खेती करें. जिसके बाद उन्होंने आकाश को वही करने दिया जिसमें उसका मन लगता था.
आकाश ने बताया मैंने अपना 100 प्रतिशत देने की पूरी कोशिश की, मैंने तेज हवाओं में तीर चलाने की खूब प्रैक्टिस की थी लेकिन वहां हवा बहुत तेज थी. उन्होंने कहा ये भी सच है कि ट्रेंटन कोलेस मजबूत खिलाड़ी हैं. उन्होंने कहां मैं अब 2020 में टॉक्यो में होने वाले ओलंपिक के लिए तैयारी कर रहा हूं.
ट्रेंटन कोलेस ने सिर्फ 10 और 9 में स्कोर करके आसानी से जीत हासिल कर ली. ये मुकाबला तीन सेटों में हुआ था. जिसमें दोनों ने चार बार परफेक्ट 10 स्कोर किया, लेकिन आकाश ने पहले और तीसरे सेट में 2 बार सिर्फ 6 स्कोर कर पाए |
आकाश ने बताया एक बार मेरा दोस्त मुझे मैदान में लेकर चला गया जहां कुछ लोग तीर चला रहे थे... उन्हें देखकर "मुझे उस वक्त लगा जैसे वो लोग शिकार कर रहे हैं ". जिसके बाद मेरा तीरंदाजी में सफर हुआ है. क्योंकि " मुझे लगा मैं कुछ कर सकता हूं"|
उन्होंने कहां "मुझे खुशी है कि मैंने सिल्वर मेडल जीता, लेकिन साथ गोल्ड मेडल नहीं जीत पाने का दुख भी है" उन्होंन कहा अतुल वर्मा ने 2014 में नानजिंग में हुए खेलों में ब्रांज जीता था.
हरियाणा के आकाश फाइनल में टिक नहीं सके |
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