(जेएनयू) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय अगले वर्ष 20 नए पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है। ये सभी पाठ्यक्रम ऑनलाइन होंगे, जिनमें देश के किसी भी हिस्से से विद्यार्थी आवेदन कर सकेंगे। 

इसके लिए विश्वविद्यालय में नई इमारत बनाई जाएगी। ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के लिए इग्नू से भी समझौता किया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। देश समेत दुनियाभर के कई विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञ इन पाठ्यक्रमों को पढ़ाएंगे।
जेएनयू में ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को अगले वर्ष तक शुरू करने के लिए हर तरह की तैयारी शुरू हो गई है। विश्वविद्यालय की तरफ से विदेशों के विश्वविद्यालयों में सामाजिक विज्ञान, भाषा, विज्ञान से जुड़े विशेषज्ञों एवं प्रोफेसरों से ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को पढ़ाने के लिए मदद ली जाएगी। अगले साल तक डिप्लोमा से लेकर पीएचडी पाठ्यक्रमों के ऑनलाइन कोर्स शुरू करने की तैयारी की जा रही है। रिकॉर्डिग के लिए एक स्टूडियो की भी स्थापना की जाएगी।
विश्वविद्यालय में बनेगा स्टूडियो
जेएनयू के स्पेशल सेटर फॉर ई-लर्निग के निदेशक प्रो. डॉ. रविकेश मिश्रा ने बताया कि ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की सामग्री को तैयार करने के लिए विश्वविद्यालय में एक स्टूडियो स्थापित किया जाएगा। जहां पर ऑनलाइन कोर्स के कंटेट की रिकॉर्डिंग की जाएगी। इसके अलावा ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए एक इमारत स्थापित करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को प्रस्ताव भेजा गया है। हमें उम्मीद है कि इमारत बनाने की मंजूरी मिल जाएगी। कई विश्वविद्यालयों को भेजा गया है प्रस्ताव प्रो रविकेश ने बताया कि हमने दिल्ली समेत देश के कई अन्य विश्वविद्यालयों को एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआइ) भेजा है। हम यूजीसी के ऑनलाइन कोर्स एवं प्रोग्राम अधिनियम 2018 को अपना रहे हैं। जेएनयू को नैक (राष्ट्रीय आकलन और मान्यता परिषद) से ए ग्रेडिंग मिली है। इसकी बदौलत जेएनयू कई नए ऑनलाइन कोर्स शुरू कर सकता है। हमने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) से भी ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को शुरू करने के लिए एक करार करने के लिए भी प्रस्ताव भेजा है। भविष्य में डीयू समेत अन्य शिक्षण संस्थानों से भी इस दिशा में सहयोग के लिए प्रस्ताव भेजेंगे।
जेएनयू में ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को अगले वर्ष तक शुरू करने के लिए हर तरह की तैयारी शुरू हो गई है। विश्वविद्यालय की तरफ से विदेशों के विश्वविद्यालयों में सामाजिक विज्ञान, भाषा, विज्ञान से जुड़े विशेषज्ञों एवं प्रोफेसरों से ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को पढ़ाने के लिए मदद ली जाएगी। अगले साल तक डिप्लोमा से लेकर पीएचडी पाठ्यक्रमों के ऑनलाइन कोर्स शुरू करने की तैयारी की जा रही है। रिकॉर्डिग के लिए एक स्टूडियो की भी स्थापना की जाएगी।
विश्वविद्यालय में बनेगा स्टूडियो
जेएनयू के स्पेशल सेटर फॉर ई-लर्निग के निदेशक प्रो. डॉ. रविकेश मिश्रा ने बताया कि ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की सामग्री को तैयार करने के लिए विश्वविद्यालय में एक स्टूडियो स्थापित किया जाएगा। जहां पर ऑनलाइन कोर्स के कंटेट की रिकॉर्डिंग की जाएगी। इसके अलावा ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए एक इमारत स्थापित करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को प्रस्ताव भेजा गया है। हमें उम्मीद है कि इमारत बनाने की मंजूरी मिल जाएगी। कई विश्वविद्यालयों को भेजा गया है प्रस्ताव प्रो रविकेश ने बताया कि हमने दिल्ली समेत देश के कई अन्य विश्वविद्यालयों को एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआइ) भेजा है। हम यूजीसी के ऑनलाइन कोर्स एवं प्रोग्राम अधिनियम 2018 को अपना रहे हैं। जेएनयू को नैक (राष्ट्रीय आकलन और मान्यता परिषद) से ए ग्रेडिंग मिली है। इसकी बदौलत जेएनयू कई नए ऑनलाइन कोर्स शुरू कर सकता है। हमने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) से भी ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को शुरू करने के लिए एक करार करने के लिए भी प्रस्ताव भेजा है। भविष्य में डीयू समेत अन्य शिक्षण संस्थानों से भी इस दिशा में सहयोग के लिए प्रस्ताव भेजेंगे।
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